तेजस्वी ने दिखाया फर्जी ईपिक नंबर कैसे बने दो वोटर कार्ड : भाजपा

दस्तावेज दिखाकर कहा चुनावी हलफनामे में दूसरा ईपिक नंबर

2020 के हलफनामे में जो इंधिक नंबर दिया, उसी नंबर पर वर्तमान में इलेक्टोरल रोल में उनका नाम दर्ज

नई दिल्ली। ईपिक नंबर दिखाकर इलेक्टोरल रोल में नाम न होने का दावा करते हुए चुनाव आयोग की मतदाता सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले राजद नेता तेजस्वी यादव खुद सवालों में घिर गए हैं। भाजपा ने कुछ दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया है कि तेजस्वी ने गत दिवस मीडिया के सामने जो ईपिक नंबर दिखाया, वह फर्जी था। उनके वर्ष 2020 के चुनावी हलफनामे में जो ईपिक नंबर दर्ज है, उसी नंबर पर वर्तमान में इलेक्टोरल रोल में उनका नाम दर्ज है। भाजपा सांसद व प्रवक्ता डा. संबित पात्रा ने सवाल उठाया कि तेजस्वी के दो वोटर कार्ड कैसे बन गए? उन्होंने एसआइआर का विरोध कर रही कांग्रेस को भी आड़े हाथों लेते हुए सवाल उठाया कि जब राजद के बड़े नेता दो-दो ईपिक नंबर दिखा रहे हैं तो क्या बूथ लूटने वाले कांग्रेस और राजद के लोगों ने भी दो-दो वोटर आइडी कार्ड बनवा रखे हैं?

भाजपा प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग की हालिया इलेक्टोरल रोल में उनका नाम न होने को लेकर झूठ बोला गया, उसका राजफाश हो चुका है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में प्रेसवार्ता के दौरान जो ईपिक नंबर तेजस्वी यादव ने सार्वजनिक रूप से दिया, वह था- आरएबी 2916120, जिसे वेबसाइट पर डालकर दिखाया और कहा कि इस पर कहीं भी उनका नाम नहीं आ रहा है अर्थात उनका नाम काट दिया गया है। डा. संबित पात्रा ने कहा कि चुनाव आयोग और पटना क रिटर्निंग आफिसर डा. त्यागराजन पूरे मामले की सच्चाई सामने लाते हुए स्पष्ट किया है कि तेजस्वी यादव झूठ बोल रहे हैं। उनका नाम भी इलेक्टोरल रोल में दर्ज है और उनका ईपिक नंबर भी मौजूद है।

उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा क्षेत्र में तेजस्वी यादव का नाम दीघा विधानसभा, पोलिंग स्टेशन नंबर 2004, लाइब्रेरी बिल्डिंग, एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी में क्रमांक 416 पर दर्ज है। चुनाव आयोग द्वारा जो ईपिक नंबर बताया गया है, उससे तेजस्वी यादव का पूरा विवरण सामने आ गया। यह ईपिक नंबर उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव के नामांकन के हलफनामे में दिया था और उसके आधार पर उन्होंने पिछला चुनाव भी लड़ा था। यह ईपिक नंबर था आरएबी 04562281 इस तरह तेजस्वी यादव के दो ईपिक नंबर सामने आए हैं। भाजपा ने तेजस्वी और राजद से पूछा है कि तेजस्वी यादव के पास दो ईपिक नंबर कैसे हैं? कौन सा सही है? क्या उन्होंने जानबूझकर भ्रम फैलाने के लिए गलत नंबर पढ़ा या फिर उनका इरादा कुछ और था? क्या तेजस्वी यादव के पास दो वोटर आइडी कार्ड हैं? क्या यही वजह है कि तेजस्वी यादव एसआइआर से डरे हुए हैं?

किसी दल ने कोई आपत्ति नहीं कराई दर्ज
नई दिल्ली । बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बीच बिहार की ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होने के 48 घंटे बाद भी किसी भी दल ने अभी तक कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है। यह स्थिति तब है जब चुनाव आयोग उनकी आपत्तियों को सुनने और जांचने के लिए राह देख रहा है। आयोग ने ड्राफ्ट मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के लिए एक महीने यानी एक सितंबर तक का समय निर्धारित किया है। इस दौरान यदि किसी को सूची में कोई गड़बड़ी नजर आती है तो वह आपत्ति दर्ज करा सकता है।

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